
मुंगेर बिहार शनीवार से बिहार का प्रसिद्ध छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान नहाए खाय के शुरू हुआ छठ महापर्व के पहले दिन छठ वरती महिलायें गंगा स्नान कर कद्दू भात का प्रसाद ग्रहण करती हैं दूसरे दिन खरना के दिन छठ वरती महिला शाम में केला के पत्ता पर पूजा करती हैं और राशिया खीर का प्रसाद अपने परिवार के लोगों को वितरण करती हैं दुसरे दिन से निर्जला 72 घन्टे का वर्त शुरू करती हैं तीसरे दिन सुबह से टेकउवा बनाने में लग जाती हैं और शाम को पहला अर्ध देने अपने परिवार के साथ गंगा घाट और अपने घर के छत पे अस्तल्गमी सूर्य की अर्ध अर्पित करती हैं अगले सुबह उदयगामि सूर्य को अर्ध अर्पित कर पारण कर अपना वर्त को तोडकर भोजन ग्रहण करती हैं बिहार के मुंगेर के सिताचरण की शुरुआत हुई पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम और माता सिता वनवास से लौटते वक्त मुद्गल ऋषी के आश्रम पहुची ऋषी मुद्गल के कहने पर माता सिता सिताचरण छठ किया था।






